Tuesday, July 10, 2007

जय भवानी

जयन्ती मङ्गला काली भद्रकाली कपालिनी
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तु ते

2 comments:

Mamta Tripathi said...

प्रणाम हि पर्याप्त नही है.................षष्टाङ्ग प्रनाम।

Mamta Tripathi said...

अब और ब्लाग लिखिये........................