Friday, November 25, 2011

पुस्तकं प्रकाशितम्




मम एम्.फिल. शोधः पुस्तकरूपेण प्रकाशितम् जर्मनीदेशस्य लैंबर्टाख्येन प्रकाशनसंस्थानेन । अद्य मया गूगले अन्वेषितं तदा प्रथमे पृष्ठे सप्त परिणामाः अस्माकं पुस्तकस्य आसन्

Tuesday, April 12, 2011

एक बच्चे का बच्चे सा दिल

एक बच्चे का बच्चे सा दिल बचकानी हरकत करता है
वह बच्चा वह हरकत दिल की दिखलाने में भी डरता है
जोर बहुत देते हैं सब कि जो दिल में है खोल के रख दो
लोग न समझेंगे इस कारण कुछ कह पाने में डरता है

एक बच्चे का बच्चे सा दिल

एक बच्चे का बच्चे सा दिल बचकानी हरकत करता है
वह बच्चा वह हरकत दिल की दिखलाने में भी डरता है
जोर बहुत देते हैं सब कि जो दिल में है खोल के रख दो
लोग न समझेंगे इस कारण कुछ कह पाने में डरता है

Wednesday, March 2, 2011

शिवरात्रि की शुभकामनाएँ

या सृष्टिः स्रष्टुराद्या वहतिविधिहुतं या हविर्या च होत्री
ये द्वे कालं विधत्तः श्रुतिविषयगुणा या स्थिता व्याप्य विश्वं ।
यामाहुः सर्वबीजप्रकृतिरिति यया प्राणिनः प्राणवन्तः
प्रत्यक्षाभिः प्रपन्नस्तनुभिरवतु वस्ताभिरष्टाभिरीशः ॥